The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
[They're preliminary stotras that must be recited right before studying of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here is it advised that if this kunjika stotram is recited then there isn't any need to recite all of these.]
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
श्री महा लक्ष्मी अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति ॥ १४ get more info ॥
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।। । इतिश्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वती संवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।